नगर पंचायत अड़भार ने तैयार किया वर्मी कंपोस्ट खाद, पूर्व में भी डेढ़ सौ बोरी खाद लैंपस में नगर पंचायत ने करवाया था उपलब्ध
नगर पंचायत अड़भार ने तैयार किया वर्मी कंपोस्ट खाद, पूर्व में भी डेढ़ सौ बोरी खाद लैंपस में नगर पंचायत ने करवाया था उपलब्ध
गोधन न्याय योजना सहित अन्य माध्यमों से आने वाली चीजों से तैयार किया गया खाद
शक्ति से संवाददाता कन्हैया गोयल की खबर
सक्ती- छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के अंतर्गत प्रत्येक शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में पशुपालकों से सरकार द्वारा अपनी शासकीय संस्थाओं के माध्यम से दो रुपए किलो में गोबर क्रय किया जा रहा है,तथा गोबर को संबंधित संस्थाओं द्वारा अपनी संस्थाओ के सदस्यों के सहयोग से उसे वर्मी कंपोस्ट खाद के रूप में तैयार किया जा रहा है, इसी श्रृंखला में जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखंड की नगर पंचायत अड़भार ने भी निरंतर गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के बाद से ही गोबर का सदुपयोग करते हुए नगर पंचायत की स्वच्छता दीदियों एवं स्वच्छता कार्य में लगे स्वच्छता मित्रों द्वारा उसे वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है, तथा पिछले दिनों भी नगर पंचायत अड़भार द्वारा वर्मी कंपोस्ट खाद लगभग डेढ़ सौ बोरी तैयार कर लैंपस में उपलब्ध करवाया गया था, जिसकी पूरे जिले में सराहना की गई थी, तथा पुनः अब वर्मी कंपोस्ट खाद पंचायत द्वारा तैयार करवाया गया है, एवं यह वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग आने वाले समय में कृषकों के कृषि कार्य में किया जाएगा तथा इस संबंध में नगर पंचायत के मुख्य नगरपालिका अधिकारी वनीषचंद्र दुबे, सफाई दरोगा विकास देवांगन विक्की सहित स्वच्छता सदस्य एवं नगर पंचायत के कर्मचारी जुटे हुए हैं, साथ ही नगर पंचायत अड़भार की अध्यक्ष श्रीमती चंद्रप्रभा गर्ग, विधायक प्रतिनिधि ज्योतिष गर्ग, सहित नगरपालिका के सभी पार्षद एवं एल्डरमैन गण भी इस कार्य में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं, एवं नगर पंचायत अड़भार विगत महीनों से निरंतर स्वच्छता के मामले में जिले में अग्रणी स्थान पर है, तो वहीं वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करने में भी यह नगर पंचायत विशिष्ट पहचान बना चुकी है, तथा नगर पंचायत के अधिकारी, कर्मचारी एवं पूरे शहर वासी शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में निरंतर अपना सहयोग देते हुए इसे सफल बना रहे हैं, तथा इस नगर पंचायत ने निदान 1100 सेवा में भी पूरे जिले में विशिष्ट स्थान हासिल किया है, साथ ही दीपावली पर्व के समय गोधन न्याय योजना के गोबर से दीपावली पर्व के दिए एवं अन्य उपयोगी सामग्री भी तैयार की गई थी