बड़ी खबर:- मरीज के प्यार में पड़ी गई शादीशुदा महिला डॉक्टर, शख्स को था मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं, फिर जो हुआ वो..
ब्रिटेन – यह मामला ब्रिटेन से सामने आया है जहां एक महिला साइकोलॉजिस्ट अपने मरीज के साथ प्यार में पड़ गई. एलिनोर हार्पर नाम की ये डॉक्टर थेरेपी के दौरान अपने एक ऐसे मरीज को पसंद करने लगीं जिसे मानसिक समस्या थी. इस अफेयर के चलते डॉक्टर हार्पर को बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी है. डॉक्टर हार्पर साल 2017 से एक एनएचएस ट्रस्ट के साथ काम कर रही हैं. वे उस समय शादीशुदा थीं. हार्पर का काम साइकोलॉजिकल दिक्कतों से जूझ रहे जटिल मरीजों का इलाज करना था.
कुछ महीनों बाद उनके पास एक पेशेंट पहुंचा था जिसके बाद उनकी जिंदगी ही बदल गई.इस व्यक्ति को मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं थीं. एक थेरेपी सेशन के दौरान इस शख्स ने डॉक्टर हार्पर को कहा था कि वो उन्हें प्यार करता है और दोनों ने एक दूसरे को हग किया था. आमतौर पर डॉक्टर्स ऐसे मामलों में मरीजों को सांत्वना देते हुए एहसास दिलाते हैं कि उनका एक प्रोफेशनल रिश्ता है. लेकिन डॉक्टर हार्पर भी इस शख्स के प्यार में पड़ चुकी थीं. उन्होंने अगले थेरेपी सेशन में एक दूसरे को किस किया और अपनी फीलिंग्स इस पेशेंट के साथ शेयर की.
इसके बाद दोनों की रिलेशनशिप काफी तेजी से आगे बढ़ने लगी. दोनों थेरेपी सेशन्स के अलावा भी एक दूसरे से होटलों में और अन्य जगहों पर मिलने लगे.डॉक्टर हार्पर के पेशेंट को जुए की लत थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस शख्स के लिए जुए के ऑनलाइन अकाउंट्स भी खुलवाए थे. डॉक्टर हार्पर ने इस पेशेंट को ये भी बताया कि उनकी शादी हो चुकी है लेकिन वे अपने पति से प्यार नहीं करती हैं और ना ही उनके साथ रहना चाहती हैं. वही इस पेशेंट की शादी खत्म हो चुकी थी और उसे डर था कि अगर उसकी एक्स-वाइफ को इस बारे में पता चला तो वो उसे कभी अपने बच्चों से मिलने नहीं देगी.
ऐसे में, दोनों के ही पास इस रिश्ते को सीक्रेट रखने के कारण थे. हालांकि डॉक्टर हार्पर इस बात से खुश नहीं थी कि उनका रिश्ता सीक्रेट है लेकिन अपनी जॉब के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ रहा था.लेकिन हार्पर और उनके पेशेंट के रिश्ते में तकलीफें आने लगीं और डेढ़ साल बाद उन्होंने इस रिश्ते को खत्म करने फैसला कर लिया. इसके कुछ महीनों बाद उन्होंने अपनी नौकरी से भी इस्तीफा दे दिया.
लेकिन इस्तीफे के कुछ दिनों बाद ही पेशेंट की एक्स वाइफ ने डॉक्टर हार्पर पर केस कर दिया. हालांकि जब एनएचएस ट्रस्ट ने इस मामले की जांच शुरु की तो उन्होंने पाया कि डॉक्टर हार्पर ने अपनी पोजीशन को एब्यूज किया है. उन्हें ये मालूम था कि पेशेंट के हालात संवेदनशील हैं इसके बावजूद उन्होंने इस रिश्ते को आगे बढ़ाया और उन्हें अपने किए पर पछतावा भी नहीं है. एनएचएस जल्द इस मामले में फैसला सुना सकती है।