25 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने जा रहा है। सावन माह को हिंदू धर्म में बेहद पावन माना गया है। भगवान शिव का भी ये सबसे प्रिय माह माना जाता है। सावन में शिव आराधना पर भगवान शिव अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाते हैं।
सावन महीने का महत्व
जीवन में विवाह संबंधी कोई परेशानी आ रही हो तो सोमवार का व्रत और पूजा करने से लाभ मिलता है। सोमवार की पूजा हरे, लाल, सफेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग का वस्त्र पहन कर करनी चाहिए।
सावन के महीने में सोमवार के दिन का खास महत्व होता है। इस बार सावन के चार सोमवार व्रत पड़ रहे हैं। सोमवार का पहला व्रत 26 जुलाई को है जबकि इसका आखिरी सोमवार 16 अगस्त को है। सावन के हर सोमवार में बेल पत्र से भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा की जाती है।
सावन व्रत और शिव पूजा की विधि
सूर्योदय से पहले जागें और स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को स्वच्छ कर वेदी स्थापित करें। शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर महादेव के व्रत का संकल्प लें। सुबह-शाम भगवान शिव की प्रार्थना करें।
पूजा के लिए तिल के तेल का दीया जलाए और भगवान शिव को पुष्प अर्पण करें। मंत्रोच्चार करने के बाद शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल और बेल की पत्तियां चढ़ाएं। व्रत के दौरान सावन व्रत कथा का पाठ जरूर करें।