रिश्तों की मर्यादाओं को अपनी मनमानी के लिए कुचलने का एक घिनौना खेल उत्तरप्रदेश के चंदौली के कबीरपुर गांव में खेला गया। पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। 20 जुलाई मंगलवार को तकरीबन चार महीने पहले अगवा किए गए 8 साल के बच्चे को पुलिस ने बरामद कर लिया है।
इस मामले में पुलिस ने अगवा करने वाली आरोपी सगी बुआ को हिरासत में लिया है। आरोपी महिला ने बिहार के रोहतास से अपने ही भतीजे को अगवा कर लिया था। कोचस थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था। आरोपी बुआ पर मासूम बच्चे की मां को सेक्स रैकेट में शामिल करने का दबाव बनाने के लिए बच्चे का अपहरण करने का आरोप है।
बिहार प्रांत के रोहतास जिले के कोचस थाना क्षेत्र के नैनाकोन गांव निवासी गोविंद त्रिगुण के 8 साल के बेटे रूद्र त्रिगुण को 29 मार्च को सगी बुआ पूनम के बेटे प्रीतम पांडेय ने झांसा देकर नहर पर बुलाया। इसके बाद प्रीतम रूद्र को अपने साथ लेकर चला गया। वहीं बच्चे के घर ना लौटने पर अफरातफरी मच गई। गुम हुए बच्चे की रिपोर्ट लिखाने उसके पिता पुलिस थाना भी गए, लेकिन पुलिस ने उस समय उनका सहयोग नहीं किया।
1 अप्रैल को पीड़ित ने अपनी बहन व उसके लड़के के खिलाफ कोचस थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया। गोविंद त्रिगुण ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी को सेक्स रैकेट में शामिल करने के लिए बहन ने ही मासूम को अगवा किया है। अपहरण की सूचना फोटो सहित फेसबुक पर अपलोड कर दी। सोमवार को एक परिचित ने शहर कोतवाली क्षेत्र के कबीरपुर गांव में बालक को दुकान पर सामान खरीदते देखा।
इसकी जानकारी होने पर गोविंद त्रिगुण ने बिहार पुलिस को सूचना दी। बिहार पुलिस ने मंगलवार को स्थानीय कोतवाली पुलिस के सहयोग से कबीरपुर गांव के एक किराए के मकान में छापेमारी की। पुलिस ने यहां से आरोपी बुआ पूनम को गिरफ्तार कर मासूम रूद्र की सकुशल बरामदगी की। आरोपी महिला के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई के बाद बिहार पुलिस को सौंप दिया गया है।